रविवार, 30 मार्च 2025 को ओडिशा के कटक जिले में एक बड़ा रेल हादसा हुआ। सुबह 11:54 बजे बेंगलुरु से कामाख्या जा रही 12251 सुपरफास्ट Kamakhya Express के 11 डिब्बे पटरी से उतर गए। यह हादसा पूर्वी तटीय रेलवे के खुर्दा रोड डिवीजन के कटक-नेरगुंडी रेलवे सेक्शन के नेरगुंडी स्टेशन के पास हुआ।
हादसे का विवरण
हादसा मंगुली के पास निरगुंडी में हुआ। ईस्ट कोस्ट रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) अशोक कुमार मिश्रा ने इस घटना की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि SMVT बेंगलुरु-Kamakhya Express AC के 11 डिब्बे पटरी से उतर गए।
प्रारंभिक रिपोर्ट्स में कोई हताहत या चोट की खबर नहीं थी। हालांकि, बाद की रिपोर्ट्स में 25 यात्रियों के घायल होने की सूचना मिली। रेलवे अधिकारी अभी घटना के सही कारणों की जांच कर रहे हैं।
राहत और बचाव कार्य
हादसे के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए गए। DRM खुर्दा रोड, GM/ECoR और अन्य वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे।
दुर्घटना राहत और चिकित्सा राहत ट्रेन भी घटनास्थल पर भेजी गई। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और फायर सर्विस को भी अलर्ट किया गया।

यात्रियों के लिए व्यवस्था
रेलवे प्रशासन ने प्रभावित यात्रियों के लिए विशेष व्यवस्था की है। एक विशेष ट्रेन की व्यवस्था की जा रही है। इस ट्रेन से फंसे हुए यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाएगा।
यात्रियों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर 8455885999 और 8991124238 जारी किए गए हैं। प्रभावित यात्री इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया
पूर्वी तटीय रेलवे के CPRO अशोक कुमार मिश्रा ने कहा, “हमें 12551 कामाख्या सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कुछ डिब्बों के पटरी से उतरने की सूचना मिली है। हमने तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिए हैं।”
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “मुझे ओडिशा में 12251 Kamakhya Express से जुड़ी घटना की जानकारी है। CMO असम ओडिशा सरकार और रेलवे के संपर्क में है। हम प्रभावित प्रत्येक व्यक्ति से संपर्क करेंगे।”

ट्रेन का विवरण
बेंगलुरु-कामाख्या एक्सप्रेस 12251 एक एसी सुपरफास्ट ट्रेन है। यह कर्नाटक के बेंगलुरु से असम के कामाख्या तक चलती है। यह ट्रेन यात्रियों के बीच काफी लोकप्रिय है।
घटना का प्रभाव
इस हादसे से रेल यातायात प्रभावित हुआ है। कई ट्रेनों को रद्द या मार्ग परिवर्तित किया गया है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि वे जल्द से जल्द सामान्य परिचालन बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं।
पिछले रेल हादसे
ओडिशा में यह पहला रेल हादसा नहीं है। पिछले वर्षों में भी राज्य में कई रेल दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। इन हादसों में कई लोगों की जान गई थी और सैकड़ों लोग घायल हुए थे।
सुरक्षा मानकों की समीक्षा
इस प्रकार के रेल हादसों के बाद सुरक्षा मानकों की समीक्षा की जाती है। रेलवे बोर्ड अक्सर ऐसे हादसों के कारणों की जांच करता है। इससे भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने में मदद मिलती है।
यात्रियों की प्रतिक्रिया
हादसे में फंसे यात्रियों ने अपनी परेशानी बताई। एक यात्री ने कहा, “अचानक बहुत जोर का झटका लगा। हम समझ गए कि कुछ गड़बड़ है।”
दूसरे यात्री ने कहा, “रेलवे स्टाफ ने बहुत अच्छी तरह से हमारी मदद की। उन्होंने हमें सुरक्षित बाहर निकाला।”