Kuldeep Yadav and Varun Chakravarthy: भारतीय क्रिकेट टीम में नए स्पिनर के आने से कुलदीप यादव की जगह खतरे में पड़ सकती है। तमिलनाडु के दूसरे स्पिनर वरुण चक्रवर्ती को इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए टीम में शामिल किया गया है। उन्होंने घरेलू क्रिकेट, खासकर विजय हजारे ट्रॉफी में अपना दबदबा बनाया है, जहां वे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। उनका प्रदर्शन इतना दमदार था कि यह चयनकर्ताओं द्वारा उन्हें दिया गया बड़ा मौका था।
वरुण चक्रवर्ती?
तमिलनाडु के बाएं हाथ के स्पिनर वरुण चक्रवर्ती घरेलू क्रिकेट में बहुत अच्छी फॉर्म में हैं। 2018 में 27 साल की उम्र में लिस्ट ए में पदार्पण करने वाले वरुण चक्रवर्ती ने तब से 23 मैचों में 59 विकेट लिए हैं, जिसमें उनका औसत 2.5 विकेट प्रति मैच है। उनकी इकॉनमी 4.18 और गेंदबाजी औसत 14.13 है—जो उनकी सटीकता और प्रभावशीलता के बारे में बहुत कुछ बताता है।
हाल ही में संपन्न विजय हजारे ट्रॉफी टूर्नामेंट में वरुण ने खुद को सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले स्पिनर के रूप में साबित किया। उन्होंने 50.1 ओवर में 18 विकेट लिए और दो बार उन्होंने एक ही पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा किया। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पांच विकेट लेना था। ऐसे प्रदर्शनों के साथ, इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम में उनके शामिल होने की चर्चा जोर पकड़ रही है और अब वह कुलदीप यादव के लिए एक बड़ा खतरा बनने जा रहे हैं।
वरुण चक्रवर्ती की एंट्री से कुलदीप यादव की मुश्किलें बढ़ सकतीहैं।

इंग्लैंड के खिलाफ वनडे टीम में वरुण चक्रवर्ती को शामिल किए जाने के बाद ऐसा लग रहा है कि कुलदीप की जगह पर संदेह बढ़ता जा रहा है। कुलदीप ने अब तक खेले गए 106 वनडे मैचों में 172 विकेट लिए हैं, लेकिन पिछले कुछ सालों से उनका फॉर्म अच्छा नहीं रहा है। टीम प्रबंधन के लिए सबसे बड़ा सवाल यह है कि स्पिन विभाग में किसे प्राथमिकता दी जाए।
आईपीएल की तरह वरुण भी आगे
कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम में वरुण और कुलदीप एक साथ खेल चुके हैं। हालांकि, 2020 और 2021 के आईपीएल सीजन में वरुण चक्रवर्ती टीम की पहली पसंद थे, जबकि कुलदीप ने अपना ज्यादातर समय बेंच पर बैठकर बिताया। दो सीजन में कुलदीप को सिर्फ पांच मैच खेलने को मिले, जिससे उनका प्रदर्शन खराब हुआ और आखिरकार उन्हें भारतीय टी20 टीम से बाहर होना पड़ा।
इसलिए अगर वरुण को इंग्लैंड सीरीज में खेलने का मौका मिलता है और वह बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं, तो यह सिर्फ कुलदीप के लिए ही सिरदर्द नहीं होगा, बल्कि कप्तान और चयनकर्ताओं के लिए भी चिंता का विषय होगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी मैचों में प्रबंधन इस चुनौती का सामना कैसे करता है।
किसे मिलेगामौका— कुलदीप या वरुण?
इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज से ठीक पहले टीम प्रबंधन के लिए आने वाली चुनौती यह है कि स्पिन विभाग में किसे प्राथमिकता दी जाए: अनुभवी कुलदीप यादव, जिन्होंने एक से अधिक महत्वपूर्ण मौकों पर भारतीय टीम के लिए सराहनीय प्रदर्शन किया है, या तेजतर्रार और आक्रामक स्पिनर वरुण चक्रवर्ती, जिन्होंने घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में खुद को साबित किया है?
अगर वरुण आते हैं और चमकते हैं, तो यह कुलदीप के लिए एक बड़ीपरेशानी होगी;; इसके विपरीत, अगर टीम प्रबंधन कुलदीप को प्लेइंग इलेवन में चुनता है, तो उसे बनाए रखने के लिए मैच में और मैच के दौरान मैदान पर अच्छा प्रदर्शन करना होगा। इस विशेष श्रृंखला का परिणाम इन दोनों खिलाड़ियों के अभी के भविष्य को निर्धारित करेगा। अब यह जानना दिलचस्प होगा कि भारतीय टीम प्रबंधन किसे मौका देता है।
यहां भी पढ़े– Pat Cummins: के चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने की संभावना बेहद कम, स्टीव स्मिथ या ट्रैविस हेड बन सकते हैं कप्तान