रिलीज डेट: 18 अप्रैल 2025,Kesari 2 review hindi: बॉलीवुड के ‘फैमिली हीरो’ माने जाने वाले अक्षय कुमार अब एक बार फिर चर्चा में हैं, लेकिन इस बार वजह थोड़ी अलग है। ‘Kesari 2’ नाम की इस फिल्म को रिलीज से पहले ही ‘A सर्टिफिकेट’ दे दिया गया। जो थोड़ा चौंकाने वाला था, क्योंकि अक्षय की फिल्मों को लोग अक्सर परिवार के साथ देखने का विकल्प मानते हैं।
अक्षय कुमार को आमतौर पर परिवार के साथ देखने लायक फिल्मों के लिए जाना जाता है। लेकिन ‘केसरी 2’ को रिलीज से पहले ही एडल्ट सर्टिफिकेट दिया गया, जिससे कई दर्शकों को आश्चर्य हुआ फिल्म के अन्दर ऐसा कुछ भी नहीं था जो गलत हो फिर भी उसे दिक़्क़तों का सामना करना पढ़ था। वही हाल केसरी 2 का भी है। इस बार फिल्म को लेकर शुरू से ही शंका थी – ये केसरी 1 का सीक्वल है या बस नाम का इस्तेमाल कर पैसे कमाने की कोशिश?
Kesari 2 review hindi: नाम में सीक्वल, लेकिन कहानी में धमाका
फिल्म केसरी 2 के नाम को लेकर शुरुआत में लोग कन्फ्यूज थे। उन्हें लगा ये केसरी (2019) की सीक्वल होगी। लेकिन जैसे ही फिल्म शुरू होती है, सब कुछ साफ हो जाता है। इस फिल्म का पहले केसरी से कोई लेना-देना नहीं है।
पर नाम में नंबर ‘2’ जोड़कर पैसा कमाने की सोच गलत नहीं, जब कंटेंट इतना दमदार हो। अगर आप भी सोच रहे थे कि सिर्फ नाम के लिए सीक्वल बनाया गया है, तो थिएटर जाइए। आपकी आंखें खुलेंगी ही नहीं, बल्कि फटी की फटी रह जाएंगी।
कोर्टरूम ड्रामा की सबसे बड़ी इंडियन फिल्म
ये फिल्म एक कोर्टरूम ड्रामा है। लेकिन ऐसा कोर्टरूम ड्रामा जिसे देख कर लगेगा कि आप सच में कोर्ट में बैठे हैं। फिल्म के डायरेक्टर करण सीन त्यागी खुद एक वकील हैं। इसलिए कहानी में एक भी एक्स्ट्रा या फालतू सीन नहीं है। सब कुछ सटीक और रियलिस्टिक।
फिल्म की शुरुआत ही रौंगटे खड़े कर देती है। जलियांवाला बाग नरसंहार के सीन से फिल्म की कहानी खुलती है। 1650 लाशों के नीचे से एक बच्चे का हाथ बाहर निकलता है। उस मासूम के चेहरे पर खून, आंखों में डर और हाथ में अपनी बहन की लाश है।
भारत के लिए देशभक्ति नहीं, बल्कि सच का आईना
Kesari 2 को अगर आप सिर्फ एक देशभक्ति फिल्म मान रहे हैं, तो आप गलत सोच रहे हैं। ये फिल्म एक ब्रूटल, डिस्टर्बिंग और हार्ड-हिटिंग रियल ड्रामा है। फिल्म की असली कहानी तब शुरू होती है, जब ब्रिटिश सरकार पहली बार एक भारतीय वकील को ‘सर’ का टाइटल देती है। उनका नाम है – सर सी शंकरन नायर।
शंकरन नायर ने ब्रिटिश सरकार के लिए कई केस लड़े थे और कभी हारे नहीं थे। लेकिन एक दिन ऐसा आता है जब वो उसी सरकार के खिलाफ खड़े हो जाते हैं। ये कहानी सिर्फ जलियांवाला बाग की नहीं, बल्कि सिस्टम के खिलाफ उठी एक कानून की लड़ाई की है।
अक्षय कुमार बनाम आर माधवन: एक्टिंग की जंग
फिल्म में अक्षय कुमार का रोल बहुत दमदार है। उनकी एंट्री ही लोगों को सीट से खड़ा कर देती है। लेकिन कहानी का असली जादू तब शुरू होता है जब आर माधवन की एंट्री होती है।
अक्षय और माधवन के बीच कोर्ट में जो बहस होती है, उसे देख कर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। माधवन कम बोलते हैं, लेकिन जब बोलते हैं तो हर शब्द भारी पड़ता है। डायलॉग्स इतने शार्प हैं कि जवाब देने वाला सोच में पड़ जाए।
अनन्या पांडे का सरप्राइज रोल
फिल्म में अनन्या पांडे का किरदार भी खास है। उन्होंने एक्टिंग की है और लोग उन्हें इस रोल में पसंद भी कर रहे हैं। हालांकि अगर उनके रोल में कोई ज्यादा एक्सपीरियंस्ड एक्टर होता, तो इंपैक्ट और भी बड़ा होता। पर फिर भी, इस बार अनन्या ने अच्छा काम किया है।
बैकग्राउंड म्यूजिक और स्क्रीन प्रेजेंस
फिल्म का म्यूजिक और बैकग्राउंड स्कोर भी बढ़िया है। खासकर जब कोर्ट में बहस होती है और बैकग्राउंड में धीमा संगीत चलता है, तब माहौल बहुत गंभीर हो जाता है। एक जगह पर “तेरी मिट्टी” का वर्जन भी आता है, जो इमोशनल कर देता है।
फिल्म का स्क्रीन प्रेजेंस जबरदस्त है। खासकर जब अक्षय कुमार और माधवन आमने-सामने आते हैं, तब स्क्रीन पर टेंशन महसूस होती है।
5 प्रमुख बातें जो फिल्म को खास बनाती हैं:
- ऐतिहासिक सच्चाई: फिल्म में जलियांवाला बाग की घटना को विस्तार से दिखाया गया है। 1650 लोगों की मौत, बच्चों की लाशें—ये सीन दर्शकों को झकझोर देते हैं।
- अक्षय कुमार का शानदार अभिनय: उन्होंने शंकरन नायर के किरदार को जीवंत कर दिया है। उनके डायलॉग और आंखों का गुस्सा लाजवाब है।
- आर. माधवन का विलेन: माधवन ने भी कमाल किया है। उनका शांत पर खतरनाक अंदाज कोर्ट के दृश्यों को और मजबूत बनाता है।
- डायरेक्टर का पहला ही कमाल: करण सिंह त्यागी (खुद एक वकील) ने पहली ही फिल्म में इतिहास और कानून को बिना गलती के पेश किया।
- सस्पेंस और ट्विस्ट: फिल्म के अंत तक आपको पता नहीं चलता कि कौन जीतेगा। यह ट्विस्ट दर्शकों को हैरान कर देता है।
ट्विस्ट और टर्न्स से भरी हुई है फिल्म
फिल्म में एक के बाद एक इतने ट्विस्ट आते हैं कि आप पूरी फिल्म में बंधे रहते हैं। हर सीन में कुछ नया देखने को मिलता है। खासकर एक खत वाला सीन है जो इमोशन्स से भरपूर है और आपको रुला देगा।
फिल्म की थोड़ी बहुत कमियां भी
अगर कमजोर कड़ी की बात करें, तो जलियांवाला बाग के सीन सेकेंड हाफ में कम हो जाते हैं। शुरुआत में जितना प्रभावशाली दिखाया गया, बाद में उतना ध्यान नहीं दिया गया। अनन्या की कास्टिंग भी थोड़ी कमजोर है। लेकिन इन छोटी-मोटी बातों को छोड़ दें तो फिल्म में और कोई कमी नहीं है।
Kesari 2 review hindi केसा रहा एक्सपीरियंस
केसरी 2 सिर्फ एक फिल्म नहीं है, ये एक एक्सपीरियंस है। एक ऐसा अनुभव जो आपको सोचने पर मजबूर करेगा। फिल्म में इतिहास है, इमोशन है, कानून की लड़ाई है और सबसे जरूरी – एक मजबूत कहानी है।
फिल्म का बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन
केसरी 2′ ने पहले दिन 7-8 करोड़ रुपये की ओपनिंग की है। फिल्म को दर्शकों से मजबूत प्रतिक्रिया मिल रही है और इसे 2025 की सबसे बड़ी फिल्मों में से एक माना जा रहा है
Kesari 2 review hindi ⭐ रेटिंग: 4.5 / 5 स्टार्स
✔️ दमदार कहानी
✔️ बेमिसाल एक्टिंग
✔️ शानदार स्क्रीनप्ले
✔️ जबरदस्त प्रेजेंटेशन
✔️ और एक ऐसा क्लाइमेक्स जो आप सोच नहीं सकते।