WPL 2025: Richa Ghosh; रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने महिला प्रीमियर लीग, 2025 के पहले मैच में गुजरात जायंट्स को बड़े रनों से हरा दिया। एलिस पेरी (57) और ऋचा घोष (64*) की तूफानी पारी खेल RCB के लिए अच्छे रन बनाये, जिससे उन्हें गुजरात जायंट्स पर 6 विकेट से जीत हासिल कर ली। यह जीत अब RCB के लिए एक नया रिकॉर्ड बनाती है क्योंकि टीम WPL में कुल 202 रनों का पीछा करने वाली पहली टीम बन गई। यह मैच वडोदरा में हुआ, जहां दर्शकों के लिए यह एक उच्च स्कोरिंग मैच बन गया। RCB ने अपने अभियान की शानदार शुरुआत करते हुए शानदार जीत दर्ज की।
पूरी मैच जानकारी
गुजरात जायंट्स की शानदार पारी के बावजूद हार
पहले बल्लेबाजी करते हुए गुजरात जायंट्स ने 20 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 201 रन बनाए। एश्ले गार्डनर ने शानदार 79 रन और 2 विकेट की पारी खेली, लेकिन यह सब उनकी टीम को जीत दिलाने के लिए काफी नहीं था। गार्डनर के अलावा हरलीन देओल ने 35 रन बनाए, जबकि सोफिया डंकले ने 28 रन की शानदार पारी खेली। दोनों ने टीम को 200 रन के आंकड़े को पार करने में काफी मदद की।
RCB की खराब शुरुआत
201 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी RCB की टीम का प्रदर्शन ख़राब रहा और ओपनिंग बल्लेबाजों ने सिर्फ 14 रन बनाकर टीम को दबाव में ला दिया। मंधाना (5) और सोफी डिवाइन (9) अपनी टीम की स्थिति मजबूत नहीं कर पाईं और जल्द ही पवेलियन लौट गईं। इसके बाद एलिस पेरी और ऋचा घोष ने पारी कोसंभाला और मैच को वापस पटरी पर ला दिया।

ऋचा घोष की पारी ने कैसे बदला मैच का रुख?
इसके बाद, एलिस पेरी और ऋचा घोष ने स्ट्राइक में शानदार साझेदारी की। पेरी ने 34 गेंदों पर 57 रन (6 चौके और 2 छक्के) लगाए, जबकि घोष ने 27 गेंदों पर 64* रन (7 चौके और 4 छक्के) लगाए। इन दोनों ने मिलकर तेजी से रन बनाए और RCB को जीत केकरीब दिया।। पेरी ने अपने समय का बेहतरीन इस्तेमाल किया और टीम के लिए अहम मौके परसंभालल लिया।
एलिसे पेरी और ऋचा घोष की रिकॉर्ड साझेदारी
कनिका आहूजा ने 13 गेंदों पर 30* रनों की तेज पारी खेली और ऋचा के साथ मिलकर 93 रनों की नाबाद साझेदारी की और टीम को जीत की ओर ले गईं। उनकी शानदार बल्लेबाजी ने गुजरात जायंट्स के गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया।
WPL में सबसे सफल लक्ष्य का पीछा
रन | टीम | विरोधी | स्थान | साल |
202 | RCB | गुजरात | वडोदरा | 2025 |
191 | मुंबई | गुजरात | दिल्ली | 2024 |
189 | RCB | गुजरात | मुंबई (ब्रेबोर्न) | 2023 |
179 | यूपी | गुजरात | मुंबई (ब्रेबोर्न) | 2023 |
172 | मुंबई | दिल्ली | बेंगलुरु | 2024 |
आरसीबी के शीर्ष पर आने के 5 मुख्य कारण
1. ऋचा घोष कीपारी—ऋचा घोष ने मात्र 27 गेंदों पर 64 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई।
2. एलिस पेरी कायोगदान—पेरी ने शानदार खेल दिखाया और 57 रन बनाकर मैच में संतुलन बनाए रखा।
3. कनिका आहूजा, फिनिशर – उनकी शानदार 30* पारी ने आरसीबी को ऐतिहासिक जीत दिलाई।
4. गेंदबाजों की सुंदर, सटीक लाइन और लेंथ—आरसीबी के गेंदबाजों ने डेथ ओवरों में रन रोकने में अहम भूमिका निभाई।
5. टीम का प्रदर्शन—टीम के सभी खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और सफलतापूर्वक लक्ष्य का पीछा किया।

ऋचा घोष की तुलना MS धोनी से की
दरसको ने ऋचा घोष को उनकी पारी के बाद ‘लेडी धोनी’ कहा है। उनके पास बेहतरीन फिनिशिंग स्किल्स हैं और उन्होंने हेलीकॉप्टर शॉट मारा, जिसनेदरसको को धोनी की याद दिला दी। ऋचा भी शांत रह सकती हैं और किसी भी मैच को खत्म करने की क्षमता रखती हैं।
ऋचा घोष से जुड़े कुछ खासबातें
ऋचा घोष ने अपना क्रिकेट करियर कब शुरू किया?
ऋचा घोष ने बहुत कम उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। वह भारतीय महिला क्रिकेट टीम की उभरती हुई प्रतिभा हैं। उनकी क्रिकेट यात्रा बंगाल की गलियों से शुरूहुई,ई और अपनी प्रतिभा की बदौलत वह राष्ट्रीय स्तर तक पहुँची हैं।
ऋचा घोष की शिक्षा: वह कितनी शिक्षित हैं?
ऋचा घोष ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने जन्मस्थान से प्राप्त की; पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में रहनेवाली ऋचा ने अपनी स्कूली शिक्षा मार्गरेट सिस्टर निवेदिता इंग्लिशस्कूल ,से कीथी, जो सिलीगुड़ी में है। वह 11 साल की उम्र में क्रिकेट खिलाड़ी बन गईं और उन्होंने अंडर-19 टीम में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया।
ऋचा घोष: पिता चाहते थे कि वह टेबल टेनिस खेले
ऋचा के पिता यह चाहते थे कि उनकी बेटी टेबल टेनिस खिलाड़ी बने और इसके अलावा कुछ औरकरे।, उन्होंने सोचा कि जहां तक क्रिकेट का सवालहै, तो उसे शहर से बाहर भेजा जा सकताहै, जो टेबल टेनिस के मामले में ऐसा नहींहोगा, लेकिन ऋचा ने टेबल टेनिस को स्वीकार नहींकिया, और उसके बाद वह क्रिकेट की ट्रेनिंग के लिए कोलकाता चली गई। ऋचा को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) की कई रैंकिंग में भी शामिल किया गया है।
ऋचा घोष का अब तक का सर्वोच्च स्कोर क्या है?

ऋचा घोष द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बनाया गया सर्वोच्च स्कोर अभी भी 91* रन है। घोष ने आक्रामक बल्लेबाजी और बेहतरीन फिनिशिंग के साथ शानदार खेल दिखाया है।