क्या आप क्रिकेट ‘टूर्नामेंट में टोना टोटका पर यकीन रखते हैं? क्या कोई खिलाड़ी अपनी मौजूदगी से टीम इंडिया के लिए लकी साबित हो सकता है? अगर नहीं, तो shivam dube का किस्सा आपका यकीन में बदल देगा! दिसंबर 2019 से लेकर आज तक, जितने भी T-20 मैचों में इस ऑलराउंडर ने भारत के लिए खेला है, टीम इंडिया एक भी मैच नहीं हारी। यह कोई मजाक नहीं, बल्कि क्रिकेट इतिहास का एक अनोखा रिकॉर्ड है। 30 मैच, 30 जीत! दुबे ने दुनिया को दिखाया है कि कभी-कभी स्टैट्स से ज्यादा, विश्वास और ‘लक’ का खेल होता है।
दिसंबर 2019: वो डेब्यू जिसने बदली तकदीर
shivam dube ने भारत के लिए अपना पहला T-20 मैच 6 दिसंबर 2019 को वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। उस मैच में भले ही उन्होंने सिर्फ 2 रन बनाए, लेकिन भारत ने 67 रनों से जीत दर्ज की। तब किसे पता था कि यह शुरुआत एक ऐतिहासिक सिलसिले की नींव रखेगी? तब से लेकर आज तक, दुबे ने T-20 में भारत के लिए 30 मैच खेले हैं, और हर बार टीम ने जीत का परचम लहराया है। यह स्ट्रेक न सिर्फ भारत, बल्कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में किसी भी खिलाड़ी के लिए सबसे लंबी जीत की दौड़ है।
30 मैच, 30 जीत: क्या है दुबे का ‘मैजिक’?
क्रिकेट एक टीम गेम है, लेकिन shivam dube के साथ जुड़ा यह आंकड़ा हैरान करता है। T-20 वर्ल्ड कप 2024 में उनकी मौजूदगी ने भारत को सेमीफाइनल तक पहुंचाया, सवाल यह है कि क्या यह महज संयोग है या दुबे के पास कोई ‘स्पेशल पावर’? कुछ फैंस तो यहां तक कहते हैं, “दुबे जी को हर मैच में खिलाओ, टीम इंडिया कभी नहीं हारेगी!”
हालांकि, विशेषज्ञ इस सफलता को ‘टीम की समस्त ताकत’ और दुबे के ‘क्लच परफॉर्मेंस’ से जोड़ते हैं। वह चाहे बल्ले से 24 गेंदों में 50 रन बनाने का जलवा हो (जैसा उन्होंने 2023 में अफगानिस्तान के खिलाफ दिखाया) या फिर गेंदबाजी में महत्वपूर्ण विकेट लेने का हुनर, दुबे ने हर मोड़ पर टीम को जीत के करीब पहुंचाया है।
“यह कोई जादू नहीं, मेहनत है!” – विशेषज्ञों की राय
क्रिकेट एनालिस्ट रितिका सिंह कहती हैं, “शिवम दुबे का रिकॉर्ड उनकी संयमित भूमिका को दिखाता है। वह टीम को बैलेंस देते हैं। चाहे मिडल ऑर्डर में Quick Runs बनाने हों या मीडियम पेस से महत्वपूर्ण ओवर फेंकने हों, उनका योगदान अहम है।”
वहीं, पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने Twitter पर लिखा, “30-0 का स्ट्रेक साबित करता है कि दुबे ‘प्रेशर प्लेयर’ हैं। जब वह खेलते हैं, टीम का कॉन्फिडेंस लेवल हाई रहता है।”
फैंस का पागलपन: “दुबे हैं तो जीत है!”
सोशल मीडिया पर दुबे के फैंस उन्हें ‘मैच विजेता’ और ‘लकी चार्म’ बता रहे हैं। मेम्स से लेकर स्पॉन्सरशिप तक, उनकी लोकप्रियता आसमान छू रही है। मुंबई के एक फैन ने तो उनकी तस्वीर को ‘शुभ चिन्ह’ मानते हुए घर में लगा दिया है!
हालांकि, दुबे खुद इस लोकप्रियता को सहज आचरण से लेते हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “मैं सिर्फ टीम के लिए अपना 100% देता हूं। जीत टीम की मेहनत और कप्तान की रणनीति का नतीजा होती है।”
क्या दुबे का ‘जादू’ आगे भी चलेगा
T20 वर्ल्ड कप 2024 के सेमीफाइनल में के बाद भारत की जीत के बाद, दुबे के इस रिकॉर्ड पर चर्चा और गर्मा गई । फाइनल में भारत जीतता है, दुबे का ‘अजेय’ स्ट्रेक 30 हो गया। फैंस तो यहां तक कह रहे हैं कि “दुबे को हमेशा खिलाओ, भारत को कोई नहीं हरा सकता!”
निष्कर्ष: क्रिकेट में किस्मत या कौशल?
शिवम दुबे की कहानी सिर्फ एक खिलाड़ी की सफलता नहीं, बल्कि क्रिकेट के उस रहस्य को उजागर करती है, जहां आत्मविश्वास और टीम की एकजुटता जादू का काम करती है। हो सकता है, यह ‘टोना टोटका’ न हो, लेकिन 30-0 का आंकड़ा यह साबित करता है कि क्रिकेट में कभी-कभी ‘लक’ भी उतना ही जरूरी है जितना टैलेंट।
तो आपको क्या लगता है? क्या शिवम दुबे भारत का ‘लकी चार्म’ हैं या यह सब महज संयोग है? कमेंट में बताएं!
स्रोत: BCCI, ESPNcricinfo, सोशल मीडिया एनालिसिस