Saurabh Rajput Murder Case Update: मेरठ का सौरभ राजपूत हत्याकांड सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। पत्नी मुस्कान रस्तोगी और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला ने मिलकर सौरभ की निर्मम हत्या की, लेकिन सवाल यह है कि इस हैवानियत के पीछे किसका दिमाग काम कर रहा था? क्या मुस्कान की चालाकी ने साहिल को बना दिया हत्यारा, या फिर साहिल का अंधविश्वास और प्यार का जुनून इसकी वजह बना? पुलिस की जांच में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं, लेकिन सच्चाई का सबसे डरावना पहलू अब सामने आ रहा है।
वह शाम जब बिस्तर के डिब्बे में छिपा दिया शव
23 साल के सौरभ राजपूत की हत्या 3 जुलाई की रात हुई। पुलिस के मुताबिक, साहिल ने सौरभ को सोते समय गला रेतकर मार डाला। इसके बाद, उसने चाकू से सौरभ का सिर और हाथ काट दिए। हैरानी की बात यह है कि मुस्कान ने शव के टुकड़ों को बेड के अन्दर ही छिपा दिया और खुद उसी बिस्तर पर सो गई! अगले दिन, दोनों ने शव के टुकड़ों को बैग में भरकर नहर में फेंक दिया। पुलिस को मुस्कान के ब्लिंकिट ऐप से ब्लीच मंगाने का सबूत मिला, ताकि खून के निशान मिटाए जा सकें।
मुस्कान: प्यार का झूठा सपना या शैतानी दिमाग?
पुलिस का कहना है कि मुस्कान इस हत्याकांड की “मास्टरमाइंड” थी। वह साहिल की कमजोरी समझती थी। साहिल अपनी मां की मौत से टूट गया था, और मुस्कान ने इसी का फायदा उठाया। उसने स्नैपचैट पर एक फेक ID बनाकर साहिल को मैसेज भेजे, जिसमें लिखा: “सौरभ को मारना जरूरी है, वरना तुम्हारी मां की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी।” मुस्कान ने सौरभ के नाम से भी फेक मैसेज बनाए, जिनमें दावा किया गया कि सौरभ के परिवार वाले साहिल को मारना चाहते हैं।
साहिल: प्यार के लिए बना हत्यारा या अंधविश्वास का शिकार?
साहिल के कमरे से तांत्रिक किताबें और भगवान शिव की तस्वीरें मिली हैं। पुलिस का मानना है कि मुस्कान ने उसे बताया कि “देवी मां ने सौरभ की बलि देने का आदेश दिया है।” साहिल ने कबूला कि उसने सौरभ का कटा सिर अपने कमरे में 24 घंटे तक रखा, क्योंकि उसे लगा कि ऐसा करने से उसकी मां की आत्मा खुश होगी। जांचकर्ताओं का कहना है, “साहिल मानसिक रूप से कमजोर था। मुस्कान ने उसके दिमाग में भूत-प्रेत का डर बैठा दिया था।”
शिमला का हनीमून और पुलिस को चकमा!
हत्या के बाद, मुस्कान और साहिल शिमला घूमने गए। होटल में उन्होंने खुद को पति-पत्नी बताया। मुस्कान ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर दिखाया कि वह सौरभ से बहुत प्यार करती है। पुलिस को शक हुआ तो उसने कहा, “मेरा पति कहीं गुम हो गया है।” लेकिन, सौरभ के परिवार को शिकायत थी कि मुस्कान पहले से ही साहिल के साथ अफेयर में थी।
नवंबर 2024 से चल रही थी साजिश!
दोनों ने पुलिस को बताया कि नवंबर 2024 से ही वे सौरभ को मारने की योजना बना रहे थे। वे गांव-गांव जाकर जानवरों की लाश दफनाने वाली जगहें ढूंढते थे, ताकि शव छिपाने में आसानी हो। उन्होंने चाकू, रेजर, नींद की गोलियां और ब्लीच पहले ही जमा कर लिए थे। पुलिस का कहना है, “यह क्रोध में की गई हत्या नहीं, बल्कि पूरी तरह प्लान्ड मर्डर है।”
मुस्कान का झूठ: “सौरभ के पैरेंट्स करेंगे साहिल की हत्या!”
जांच में पता चला कि मुस्कान ने साहिल को यह भी बताया था कि सौरभ के माता-पिता उसे मारने की साजिश कर रहे हैं। उसने फेक मैसेज बनाकर दिखाया कि सौरभ के पिता ने लिखा: “साहिल को जिंदा नहीं छोड़ूंगा।” इस तरह, मुस्कान ने साहिल के दिमाग में डर बैठा दिया कि उसे या तो मरना होगा या सौरभ को।
सौरभ के पिता का आरोप: “मुस्कान ने शादी से पहले ही शुरू कर दिया था धोखा!”
सौरभ के पिता सतीश राजपूत ने मीडिया से कहा, “मुस्कान शादी के 6 महीने बाद ही साहिल के संपर्क में आ गई थी। हमें शक था, लेकिन सौरभ उसे बहुत प्यार करता था।” परिवार वालों का कहना है कि मुस्कान ने दहेज के लिए भी सौरभ को प्रताड़ित किया था।
पुलिस की कार्रवाई: चार्जशीट जल्द, सख्त सजा की मांग
मेरठ के DIG कलानिधि नैथानी ने इस मामले को “शैतानी साजिश” बताया है। ब्रह्मापुरी पुलिस जल्द ही चार्जशीट कोर्ट में पेश करेगी। पुलिस का कहना है कि वे दोनों आरोपियों को उम्रकैद की सजा दिलवाने के लिए सबूत जुटा रही हैं। हालांकि, वकीलों का मानना है कि मुस्कान पर IPC की धारा 302 (हत्या) और 201 (सबूत मिटाना) लगेगी, जबकि साहिल पर तांत्रिक प्रथाओं से जुड़े केस भी बन सकते हैं।
सवाल अब भी बरकरार: कौन है असली हत्यारा?
पुलिस मुस्कान को मुख्य साजिशकर्ता मान रही है, लेकिन साहिल की हरकतें भी उसे बरी नहीं करतीं। क्या साहिल सिर्फ एक कठपुतली था, या उसकी खुद की इच्छा ने भी हत्या में भूमिका निभाई? मनोवैज्ञानिक डॉ. अंकिता शर्मा कहती हैं, “यह केस प्यार, धोखे और अंधविश्वास का जहरीला मिश्रण है। मुस्कान ने साहिल के मानसिक डर का इस्तेमाल कर उसे हत्यारा बना दिया।”
समाज के लिए सबक
सौरभ राजपूत की हत्या सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि समाज के लिए एक झटका है। यह केस दिखाता है कि कैसे अंधविश्वास और स्वार्थ इंसान को हैवान बना देते हैं। पुलिस और कोर्ट अब फैसला करेंगे कि सजा किसे मिलेगी, लेकिन सौरभ के परिवार को इंसाफ मिलने तक यह सवाल बना रहेगा: “क्या प्यार के नाम पर की गई हत्या को सजा माफ कर सकती है?”
यह केस सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि इंसानी दिमाग की गहराइयों में छुपे अंधेरे को दिखाता है। जहां एक तरफ प्यार और विश्वास होना चाहिए, वहां धोखा और हिंसा कैसे घर कर जाती है? शायद इसका जवाब कानून तो दे दे, लेकिन समाज के लिए ये एक चेतावनी है कि अंधविश्वास और स्वार्थ की आग में इंसानियत को न जलाएं।
Saurabh Rajput Murder Case Update के तहत हम आपको इस मामले की हर नई जानकारी देते रहेंगे। अगर आपके पास कोई सवाल या जानकारी है, तो कमेंट में जरूर शेयर करें।