Rakesh Thakur Arrest Case: सीतापुर लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद राकेश राठौर को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया। कांग्रेस सांसद राठौर जब प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे, तभी हाईकोर्ट से उनकी जमानत याचिका खारिज होने के बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। 35 वर्षीय महिला ने राकेश राठौर पर अपने घर में बंधक बनाकर दुष्कर्म करने और धमकाने का आरोप लगाया है।

राकेश ठाकुर गिरफ्तारी मामला: सीतापुर लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद राकेश राठौर को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया। आपको बता दें कि सीतापुर जिले की एक अदालत ने बलात्कार के एक मामले में राकेश राठौर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था, जिसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत मांगी थी, लेकिन उन्हें हाईकोर्ट से हार का सामना करना पड़ा था।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच से गिरफ्तार किया
कांग्रेस सांसद राठौर को कोतवाली नगर पुलिस ने उस समय गिरफ्तार किया, जब वह हाईकोर्ट से जमानत याचिका खारिज होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। राकेश राठौर पर 35 वर्षीय महिला को घर में बंधक बनाकर दुष्कर्म करने और धमकाने का आरोप है। पीड़िता के मुताबिक, वह 2018 में राकेश राठौर के संपर्क में आई थी। उस समय वह भाजपा विधायक थे और उन्होंने महिला को राजनीतिक सलाहकार बनने का ऑफर दिया था।
क्या था पूरा मामला?

पुलिस के मुताबिक, पीड़ित महिला ने 15 जनवरी को सांसद के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। महिला का आरोप है कि जब वह मार्च 2020 में राठौर के घर गई तो उसने उसे एक कमरे में बंद कर दिया और उसके साथ दुष्कर्म किया। जब उसने विरोध किया तो उसने उसे ब्लैकमेल किया और उससे शादी करने का वादा किया और कहा कि वह अपनी पत्नी को तलाक देकर उससे शादी करेगा।
गिरफ्तारी कैसे हुई?
15 जनवरी को उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। इस पर सीतापुर कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। इसके बाद राठौर ने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने उसे खारिज कर दिया। जमानत अर्जी खारिज होने के बाद राठौर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
राजनीतिक माहौल और प्रतिक्रियाएं
इस गिरफ्तारी से राजनीति में बवाल मच गया है। कांग्रेस ने उचित जांच की मांग की है, जबकि विपक्षी दल भी राजनीतिक नैतिकता आंदोलन में शामिल हो गए हैं। यह मामला सोशल मीडिया और न्यूज चैनलों पर छाया हुआ है।
महिला सुरक्षा और न्याय की मांग
इस घटना ने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा और न्याय पर बहस छेड़ दी है।
महिला संगठनों ने मांग की है कि इस मामले में जल्द न्याय मिले।
लोगों का कहना है कि ऐसे मामले में सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि महिलाओं को न्याय मिल सके।
अगले कदम और कोर्ट की सुनवाई
मामले को अदालत में ले जाया जाएगा, जहां अदालत इस पर सुनवाई करेगी और साक्ष्यों के आधार पर आगे का फैसला करेगी। यह फैसला राठौर, पीड़िता और न्याय व्यवस्था के साथ-साथ समाज में महिलाओं की सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होगा।