Neem Karoli Baba भारत के महानतम संतों में से एक हैं, जिनकी शिक्षाएँ लोगों के दिलों में बसी हुई हैं। उनकी शिक्षाएँ जीवन के लिए मार्गदर्शक हैं और सभी को प्रेम, सेवा और भक्ति के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करती हैं। उन्हें हनुमान जी का परम भक्त माना जाता है और उनके भक्त उन्हें हनुमान जी का अवतार मानते हैं।
बाबा का मुख्य आश्रम उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित है और इसे कैंची धाम के नाम से जाना जाता है। हर साल हज़ारों भक्त यहाँ दर्शन के लिए आते हैं और बाबा के बताए रास्ते पर चलते हुए अपने जीवन को आत्मविश्वास से भर लेते हैं। बाबा नीम करोली महाराज की शिक्षाएँ और चमत्कार आज भी लोगों को आकर्षित करते हैं। आइए उनके जीवन और संदेशों के बारे में विस्तार से जानें।
Neem Karoli Baba की अनमोल शिक्षाएं
नीम करोली बाबा ने अपने भक्तों को जीवन जीने की राह दिखाई, और अच्छी प्रभावी सीख दी, जो आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं। बाबा की प्रमुख शिक्षाएं इस प्रकार हैं:
1. क्रोध को त्यागें
बाबा के अनुसार, क्रोधित होना कभी भी किसी व्यक्ति का गुण नहीं होता। जैसा कि बाबा ने कहा, क्रोध नकारात्मक शक्तियों को आमंत्रित करता है, जो व्यक्ति को सभी गलत निर्णय लेने की ओर ले जाता है। आक्रोश न केवल व्यक्ति के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को नष्ट करता है, बल्कि क्रोध को नियंत्रित रखने से जीवन में शांति और सफलता सुनिश्चित होती है। उन्होंने कहा कि क्रोध दूसरों को चोट पहुँचाता है और सबसे अधिक हमारी अपनी शांति को प्रभावित करता है। इसलिए, अपने मन को स्थिर रखने के लिए क्रोध को बढ़ाना बहुत महत्वपूर्ण नहीं है।
2. लालच बुराई है
बाबा नीम करोली कहा करते थे कि व्यक्ति को लालच से बचना चाहिए क्योंकि यह उसे बुरी परिस्थितियों में डाल देता है। लालच की कोई सीमा नहीं होती और यह हर गुजरते दिन व्यक्ति की इच्छाओं को बढ़ाता है। इस प्रकार व्यक्ति का जीवन नकारात्मकता से भर जाता है। जो व्यक्ति लालच से लड़ता है, वह शांतिपूर्ण और पूर्ण जीवन जीता है। उनका मानना था कि खुशी बाहर की चीज़ों में नहीं बल्कि अंदर की संतुष्टि में है।
3. अहंकार से बचें
नीम करोली बाबा के अनुसार, किसी को अपनी शिक्षा, संपत्ति, स्थिति और इस तरह के अन्य चीज़ों पर गर्व नहीं करना चाहिए। अहंकार से भरा व्यक्ति आगे नहीं बढ़ सकता और दूसरों का अनादर करता है; इसलिए हमेशा विनम्र रहें और अपनी सफलता का श्रेय ज़्यादातर ईश्वर को दें। विनम्र स्वभाव वाले व्यक्ति को समाज में सम्मान मिलता है और उसे सच्ची आंतरिक शांति मिलती है।
नीम करोली बाबा के चमत्कार
नीम करोली बाबा को लोग “चमत्कारी बाबा” के नाम से जानते थे और उनके जीवन में कई ऐसी रोचक घटनाएं घटीं, जिन्हें जानकर आज भी लोग हैरान रह जाते हैं। आइए जानते हैं उनके कुछ चमत्कारों के बारे में, जिनके लिए वे प्रसिद्ध हैं:
1. ट्रेन रोकने का चमत्कार
नीम करोली बाबा द्वारा खुद को “नीब करौरी बाबा” कहने के पीछे एक दिलचस्प कहानी है। एक दिन बाबा बिना टिकट के ट्रेन में यात्रा कर रहे थे। टिकट कलेक्टर ने बाबा को पकड़ लिया और ट्रेन से नीचे उतार दिया। इसके बाद जो हुआ उसने सब को हैरान कर दिया। तमाम कोशिशों के बाद भी ट्रेन एक इंच भी आगे नहीं बढ़ी।
आखिर में रेलवे कर्मियों ने बाबा से ट्रेन में फिर से चढ़ने की विनती की। बाबा ने दो शर्तें रखीं:
- नीब करौरी गांव में रेलवे स्टेशन बनवाना।
- साधुओं को बहुत अच्छी सुविधाएं देना।
उन्होंने ऐसा ही किया, और जैसे ही बाबा का पैर ट्रेन पर पड़ा, ट्रेन चल पड़ी। इसके बाद स्टेशन बन गया, और साधुओं के प्रति लोगों का आदर बढ़ गया। ऐसा चमत्कार बाबा की दिव्य शक्ति और उनकी करुणा का प्रतीक है।
2. एक ही समय में अलग-अलग स्थानों पर उपस्थित रहना
बाबा के भक्तों का मानना है कि वे एक ही समय में अलग-अलग स्थानों पर उपस्थित रह सकते थे। इसे “सिद्धि” कहा जाता है, जो केवल बहुत महान संतों के पास ही होती है। कई भक्तों ने इस चमत्कार को देखा, और कहानियाँ आज भी बहुत लोकप्रिय हैं। एक भक्त ने बताया कि उसने बाबा को नैनीताल में देखा था, जबकि उसी समय एक अन्य भक्त ने उन्हें वृंदावन में देखा था।
3. बीमारी और संकट का निवारण
बहुत से भक्त बाबा के आश्रम में आते थे, जहाँ प्रार्थना और बाबा के आशीर्वाद से “गंभीर” मामले भी ठीक नहीं होते थे। बाबा अपनी उपस्थिति और आशीर्वाद से ही लोगों की सभी समस्याओं को दूर कर देते थे। उन्हें कभी किसी दवा की ज़रूरत नहीं पड़ी। लोग बाबा के दर्शन करके अपने दुखों और चिंताओं से मुक्त जीवन जीते थे।
नीम करोली बाबा के मंत्र
नीम करोली बाबा ने अपने सभी भक्तों को हनुमान जी की पूजा करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि केवल “राम-राम” जपने से सभी परेशानियाँ दूर हो जाती हैं और मन शांत हो जाता है। बाबा के सभी अनुयायी हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं और इस तरह मानसिक शक्ति प्राप्त करते हैं। बाबा ने यह भी कहा था कि यह सरल मंत्र व्यक्ति के जीवन को सुखमय और शांतिपूर्ण बनाता है।
नीम करोली बाबा की मृत्यु स्थान और तिथि
नीम करोली बाबा का जन्म उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के अकबरपुर गांव में हुआ था। वे अपने जीवनकाल में कई स्थानों पर रहे, लेकिन उनका मुख्य आश्रम उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित कैंची धाम में है। बाबा ने 11 सितंबर 1973 को वृंदावन में अपना भौतिक शरीर त्याग दिया, लेकिन उनकी उपस्थिति आज भी भक्तों के बीच बनी हुई है। इस आश्रम में आने वाले भक्तों को आज भी वही ऊर्जा और आशीर्वाद महसूस होता है।
नीम करोली बाबा के प्रमुख अनुयायी (नीम करोली बाबा के शिष्य)
नीम करोली बाबा के कई प्रसिद्ध अनुयायी हैं, जिनमें स्टीव जॉब्स, मार्क जुकरबर्ग, जूलिया रॉबर्ट्स और रामदास (रिचर्ड अल्परट) शामिल हैं। भारत में कठिन समय के दौरान वे इस आश्रम में आए थे। फेसबुक के प्रसिद्ध संस्थापक भी बाबा के आश्रम में आए थे।
नीम करोली बाबा आश्रम
दुनिया भर के देशों में नीम करोली बाबा के अलग-अलग आश्रम हैं। इनमें सबसे मशहूर कैंची धाम है। यह आश्रम नैनीताल से करीब 17 किलोमीटर दूर स्थित है। यहां हर साल 15 जून को मेला लगता है, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं। आश्रम में बाबा की समाधि और हनुमान जी का मंदिर है। आश्रम के शांत और पवित्र वातावरण में भक्त अपनी आंतरिक शांति पाने के लिए ध्यान और प्रार्थना करते हैं।