दौसा, 13 अप्रैल 2025 (रविवार): राजस्थान के दौसा जिले में स्थित प्रसिद्ध सिद्धपीठ Mehandipur Balaji मंदिर में आज हनुमान जन्मोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। महंत डॉ. नरेशपुरी महाराज के सानिध्य में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। महंत जी ने स्वयं बालाजी महाराज की महाआरती की और इस अवसर पर हेलीकॉप्टर और ड्रोन से श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा की गई।
दस दिवसीय उत्सव का आयोजन
इस वर्ष हनुमान जन्मोत्सव का आयोजन राम नवमी से शुरू होकर 15 अप्रैल तक चलेगा। कार्यक्रम में रोज प्रसाद वितरण हो रहा है। आज विशेष रूप से बालाजी महाराज का पंचामृत अभिषेक किया गया। इसके लिए 11,000 लीटर का पंचामृत बनाया गया और 51,000 लड्डूओ का प्रसाद चढ़ाया गया।
पंचामृत अभिषेक और सोने का चोला
बालाजी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत डॉ. नरेशपुरी महाराज के मार्गदर्शन में बालाजी महाराज की प्रतिमा का 11,000 लीटर पंचामृत से अभिषेक किया गया। अभिषेक के बाद बालाजी महाराज को सोने का चोला चढ़ाया गया। इसके अलावा, बालाजी महाराज को 56 भोग भी लगाया गया और फूल बंगला झांकी सजाई गई।
Mehandipur Balaji मंदिर की विशेष सजावट
मंदिर परिसर की सजावट के लिए 10,000 गुब्बारे लगाए गए। ये गुब्बारे मंदिर की छटा को और भी निखार रहे थे। मंदिर की भव्य सजावट देखकर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए। हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर बालाजी महाराज को विशेष श्रृंगार किया गया और उनके बाल रूप की प्रतिमा अलौकिक दिखाई दे रही थी।

ब्रह्म मुहूर्त से ही जुटे श्रद्धालु
बालाजी महाराज के दर्शनों के लिए श्रद्धालु रात दो बजे से ही कतार में लग गए थे। हजारों की संख्या में भक्त देश भर से यहां पहुंचे। महिलाओं ने बालाजी महाराज के जन्मदिवस पर बाल हनुमान के मंगल गीत गाए। भक्तों की भीड़ इतनी अधिक थी कि मंदिर प्रशासन को विशेष व्यवस्था करनी पड़ी।
महाआरती और पुष्पवर्षा का आयोजन
शुभ मुहूर्त में महंत डॉ. नरेशपुरी महाराज ने स्वयं बालाजी महाराज की महाआरती की। आरती के दौरान मंदिर के बाहर मौजूद श्रद्धालुओं पर बालाजी मंदिर ट्रस्ट द्वारा हेलीकॉप्टर और ड्रोन से पुष्पवर्षा की गई। यह दृश्य देखकर भक्त खुसी से झूम उठे। पुष्पवर्षा का यह अनोखा आयोजन इस वर्ष के हनुमान जन्मोत्सव की विशेषता रही।
महंत डॉ. नरेशपुरी महाराज का संदेश
इस अवसर पर महंत डॉ. नरेशपुरी महाराज ने कहा, “हनुमान जी महाराज का जन्म उत्सव है और यहां सभी भक्त देश-दुनिया से आए हुए हैं। वे बड़े हर्षोल्लास के साथ श्री भगवान हनुमान जी का जन्म उत्सव मना रहे हैं। इस उपलक्ष में सारे देशवासियों, भक्तों और मीडिया को मेरी तरफ से हार्दिक शुभकामनाएं हैं।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मंदिर से प्रसाद ले जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। उन्होंने कहा, “कुछ लोगों ने भ्रांतियां फैला रखी हैं कि यहां का प्रसाद ले जाना मना है। ये बहुत गलत भ्रांतियां हैं। यहां तो हजारों-लाखों लोग प्रसाद लेकर ही जाते हैं।”
मेहंदीपुर बालाजी का वैश्विक प्रसार
महंत डॉ. नरेशपुरी महाराज ने बताया कि मेहंदीपुर बालाजी की महिमा देश ही नहीं, विदेशों तक फैल रही है। उन्होंने बताया कि वे ब्रिटिश पार्लियामेंट में 3 जुलाई को जाएंगे। इससे पहले फ्रांस की सीनेट में और दुबई में भी हनुमान चालीसा का पाठ किया गया था। उनका उद्देश्य है कि लंदन में भी बालाजी का मंदिर बनाया जाए ताकि अधिक से अधिक लोग बालाजी महाराज के आशीर्वाद से लाभान्वित हो सकें।
सामाजिक सरोकार की गतिविधियां
महंत डॉ. नरेशपुरी महाराज बालाजी मंदिर के माध्यम से अनेक सामाजिक गतिविधियों में भी संलग्न हैं। वे बच्चों की शिक्षा, चिकित्सा और अन्य स्थानीय स्तर पर समाज की सेवा कर रहे हैं। उनका मानना है कि समाज की सेवा करना परम सौभाग्य की बात होती है और यह हमारा धर्म भी है।
श्रद्धालुओं के अनुभव
मंदिर में दर्शन के लिए आए एक श्रद्धालु ने कहा, “आयोजन बहुत अच्छा है, इतनी पब्लिक है, जिसकी बढ़िया व्यवस्था हो रही है। सजावट भी बहुत अच्छी है। आज सुबह तो हेलिकॉप्टर से फूलों की वर्षा की गई है, इससे अच्छी क्या बात हो सकती है।”
दिल्ली से आए एक अन्य भक्त ने बताया, “हम हर साल हनुमान जयंती पर यहां आते हैं, लेकिन इस बार का आयोजन विशेष है। पुष्पवर्षा देखकर हम भावविभोर हो गए।”
Mehandipur Balaji मंदिर की विशेषता
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर अपनी चमत्कारिक शक्ति के लिए प्रसिद्ध है। महंत डॉ. नरेशपुरी महाराज के अनुसार, मंदिर में स्थापित मूर्ति का स्वयं उद्गम हुआ था, जिससे इसकी महत्ता और भी अधिक बढ़ जाती है। यही कारण है कि हनुमान जन्मोत्सव पर न केवल देश से, बल्कि दुनिया भर से लाखों लोग यहां पहुंचते हैं और बालाजी महाराज को सीश नवाकर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
प्रसाद वितरण और भंडारे का आयोजन
हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर मंदिर में प्रसाद वितरण और भंडारे का भी आयोजन किया गया। 51,000 लड्डू प्रसाद को सभी श्रद्धालुओं में बांटा गया। इसके अलावा विभिन्न प्रकार के भोज्य पदार्थों का भी वितरण किया गया। श्रद्धालुओं ने मंदिर प्रशासन की इस व्यवस्था की सराहना की।
उत्सव के आगामी कार्यक्रम
हनुमान जन्मोत्सव का यह कार्यक्रम 15 अप्रैल तक चलेगा। इस दौरान विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान, भजन-कीर्तन और प्रवचन होंगे। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें ताकि सभी भक्तों को दर्शन का लाभ मिल सके।
हनुमान जन्मोत्सव का यह भव्य आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सामाजिक एकता और सद्भाव का भी प्रतीक है। महंत डॉ. नरेशपुरी महाराज के नेतृत्व में Mehandipur Balaji मंदिर देश-विदेश में अपनी पहचान बना रहा है और हनुमान जी के संदेश को दूर-दूर तक फैला रहा है।
(न्यूज़ रिपोर्टर: दिनेश सैनी, न्यूज़ परदेश, दौसा)