Jaat Mahapanchayat 2025 : Bharatpur, 29 June 2025: केंद्रीय OBC सूची में आरक्षण, पुराने मुकदमों की वापसी और अन्य मांगों को लेकर आज Bharatpur के डेहरा मोड़ स्थित एक निजी मैरिज गार्डन में Jaat समाज की ‘हुंकार सभा’ का आयोजन किया गया। इस सभा में भरतपुर, डीग और धौलपुर के जाट समाज के लोग बड़ी संख्या में जुटे। जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार इस हुंकार सभा का नेतृत्व कर रहे हैं। नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल और भरतपुर सांसद संजना जाटव भी इस सभा में शामिल हुए।
प्रमुख मांगें:
जाट समाज की प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:
- केंद्र की सरकारी नौकरियों में ओबीसी वर्ग में आरक्षण: भरतपुर, डीग और धौलपुर जिलों के जाटों को केंद्र की सरकारी नौकरियों में ओबीसी वर्ग के तहत आरक्षण दिया जाए। जाट समाज का कहना है कि पूरे राजस्थान में उनके भाइयों को आरक्षण मिल रहा है, लेकिन इन तीन जिलों के जाटों को इससे वंचित रखा गया है, जिससे उनके युवाओं के साथ अन्याय हो रहा है।
- सभा का कहना की 2015 से 2017 के बीच चयनित अभ्यर्थियों को जल्दी से जल्दी नौकरी दि जाये ।
- महाराजा सूरजमल कल्याण बोर्ड का गठन: जिस तरह देवनारायण भगवान के नाम पर बोर्ड का गठन किया गया है, उसी तरह महाराजा सूरजमल के नाम पर भी एक कल्याण बोर्ड का गठन किया जाए।
- पूर्व आंदोलन के दौरान लगे मुकदमों की वापसी: पूर्व में हुए जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान आंदोलनकारियों के खिलाफ दर्ज किए गए सभी मुकदमों को वापस लिया जाए।
सभा की तैयारियां और सुरक्षा व्यवस्था:
हुंकार सभा की तैयारियों को लेकर संयोजक नेम सिंह फौजदार ने बताया कि पूरे जिले के कोने-कोने तक समाज के हर घर में ‘चावल’ पहुंचाकर लोगों को सभा में आने का न्योता दिया गया था। उन्होंने कहा कि समाज पूरी ताकत के साथ संगठित होकर आया है और जब तक उनके बच्चों को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा।
Jaat Mahapanchayat 2025 : सभा स्थल पर पुलिस और प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। डेरा मोड़ चौकी पर पुलिस अधिकारी डेरा डाले हुए हैं। आरएसी की कई कंपनियों को सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात किया गया है। यातायात पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया है ताकि आवश्यकता पड़ने पर ट्रैफिक को डायवर्ट किया जा सके। खुफिया अधिकारी भी लगातार मौजूद हैं और पल-पल की रिपोर्ट अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दे रहे हैं। पुलिस और प्रशासन का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आम जनता को किसी भी तरह की परेशानी न हो।
नेम सिंह फौजदार का बयान:
नेम सिंह फौजदार ने सभा के दौरान कहा, “25 साल से भरतपुर, धौलपुर और डीग के जाट समाज के साथ अन्याय हो रहा है। जब बाकी राजस्थान के जाटों को आरक्षण मिला, तो इन जिलों को क्यों वंचित रखा गया? यह विसंगति अब और बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
2015-2017 के दौरान विभिन्न विभागों में चयनित हुए अभ्यर्थियों को तुरंत नियुक्ति दी जाए। जाट समाज का आरोप है कि High Court के आदेश के बावजूद इन अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं दी जा रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह राज्य में देव नारायण बोर्ड बनाया गया है, उसी तरह महाराजा सूरजमल के नाम से एक कल्याण बोर्ड का गठन होना चाहिए ताकि जाट समाज के सामाजिक विकास के लिए विशेष योजनाएं लागू हो सकें।

Jaat Mahapanchayat सभा में शामिल प्रमुख नेता:
नेम सिंह फौजदार ने बताया कि सभा में नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल, भरतपुर सांसद संजना जाटव, उत्तर प्रदेश के जाट महासभा के अध्यक्ष जाटव सिंह चौधरी सहित कई अन्य नेता और समाज के पंच-पटेल शामिल हुए। उन्होंने कहा कि यह किसी पार्टी का मंच नहीं, बल्कि समाज का मंच है और इस मंच पर सभी का स्वागत है।
आगे की रणनीति:
जब नेम सिंह फौजदार से आगे की रणनीति के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि आगे का कदम सभी नेताओं और समाज के पंच-पटेलों की सहमति से तय किया जाएगा। उन्होंने सरकार से इस मामले को गंभीरता से लेने और उनकी मांगों को पूरा करने की अपील की।
Jaat Mahapanchayat सभा का शुभारंभ:
संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार सभा स्थल पर पहुंच चुके हैं और उन्होंने हुंकार सभा के शुरू होने की घोषणा कर दी है। थोड़ी देर में नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल और भरतपुर सांसद संजना जाटव भी सभा में शामिल होने वाले हैं। केंद्र में आरक्षण सहित चार सूत्री मांगों को लेकर यह महापंचायत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।