शनिवार, 5 अप्रैल 2025: साथियों, भारत में इस समय IPL का रंग चढ़ा हुआ है। 21 मार्च से शुरू होकर 25 मई तक चलने वाला यह क्रिकेट महाकुंभ पूरे देश में धूम मचा रहा है। 10 टीमों के बीच 74 मैचों का यह आयोजन 13 शहरों में फैला हुआ है।
क्या आप भी सोचते हैं कि IPL सिर्फ खेल और मनोरंजन है? क्या आपके मन में भी यह सवाल आता है कि IPL से टीमें और खिलाड़ी कितना कमाते होंगे? और सबसे बड़ा सवाल – क्या हारने वाली टीमें भी पैसा कमाती हैं?
आज हम जानेंगे कि IPL से टीमों की कमाई कितनी होती है, BCCI कितना कमाता है, और यह सब पैसा आता कहां से है। और हां, अंत में आपको यह भी बताएंगे कि आप खुद कैसे इस महाकुंभ का हिस्सा बनकर फायदा उठा सकते हैं।
IPL: एक ब्रांड की कहानी
IPL अब सिर्फ एक क्रिकेट टूर्नामेंट नहीं रह गया है। यह एक विशाल ब्रांड बन चुका है। इस ब्रांड की कीमत लगभग 12 बिलियन डॉलर (करीब 1 लाख करोड़ रुपये) आंकी जाती है। 2008 में शुरू हुआ यह आयोजन अब अपने 18वें सीजन में है, जिसे “टाटा IPL 2025” के नाम से जाना जाता है।
IPL के पैसे से जुड़े चार मुख्य पक्ष हैं:
- BCCI (बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया)
- फ्रेंचाइजी टीमें (10 टीमें)
- मीडिया राइट्स रखने वाली कंपनियां
- स्पॉन्सर्स (प्रायोजक)
IPL की कमाई के प्रमुख स्रोत
IPL की कमाई को तीन हिस्सों में बांटा जा सकता है:
सेंट्रल रेवेन्यू पूल इसमें दो बड़े स्रोत शामिल हैं:
मीडिया और ब्रॉडकास्टिंग राइट्स
IPL के मीडिया राइट्स की कहानी बड़ी दिलचस्प है:
- 2008-2017: सोनी ने 10 साल के राइट्स 8,200 करोड़ रुपये में खरीदे
- 2018-2022: स्टार स्पोर्ट्स ने 5 साल के लिए 16,347 करोड़ रुपये चुकाए
- 2023-2027: अब राइट्स दो कंपनियों के पास हैं:
- टेलीविजन राइट्स: डिज्नी स्टार – 23,575 करोड़ रुपये (भारतीय उपमहाद्वीप के लिए)
- डिजिटल स्ट्रीमिंग राइट्स: वायकॉम18 (जियो सिनेमा) – 20,500 करोड़ रुपये
आप सोच रहे होंगे कि इतने पैसे देकर ये कंपनियां कमाती कैसे हैं? जब आप मैच देखते हैं, तो बीच-बीच में आने वाले विज्ञापनों से। इन विज्ञापनों की कीमत दर्शक संख्या के आधार पर तय होती है। IPL में तो कुछ सेकंड के विज्ञापन के लिए भी करोड़ों रुपये वसूले जाते हैं!
टाइटल स्पॉन्सरशिप
IPL के नाम के साथ जुड़ने के लिए कंपनियां मोटी रकम चुकाती हैं:
- 2008-2012: DLF – 4 साल के लिए 200 करोड़ रुपये
- 2013-2015: पेप्सी – 3 साल के लिए 396 करोड़ रुपये
- 2016-2019: वीवो – 4 साल के लिए 2,199 करोड़ रुपये
- 2020: ड्रीम11 – 1 साल के लिए 222 करोड़ रुपये
- 2021-2023: वीवो – 1,094 करोड़ रुपये
- 2024-2028: टाटा – 4 साल के लिए 2,500 करोड़ रुपये
इसलिए अब इसे “टाटा IPL” कहा जाता है। टाटा ने इस नाम के लिए हर साल 625 करोड़ रुपये देने का वादा किया है!
आधिकारिक भागीदार और स्पॉन्सरशिप
IPL के कई आधिकारिक भागीदार हैं:
- आधिकारिक पेय भागीदार: कोका-कोला
- आधिकारिक भुगतान भागीदार: पेटीएम
- आधिकारिक टाइमआउट भागीदार: क्रेट बैटरी
हर भागीदार BCCI को लगभग 40-50 करोड़ रुपये सालाना देता है। सभी आधिकारिक भागीदारों से BCCI करीब 200 करोड़ रुपये सालाना कमाता है।
स्थानीय कमाई (लोकल रेवेन्यू)
यह टीमों द्वारा अपने स्तर पर की जाने वाली कमाई है, जिसमें शामिल हैं:
- टिकट बिक्री
- मर्चेंडाइज (टी-शर्ट, कैप आदि)
- स्थानीय प्रायोजक
टीमें कैसे कमाती हैं करोड़ों रुपये?
अब बड़ा सवाल – हारने वाली टीमें भी क्यों और कैसे कमाती हैं? इसके पीछे का गणित समझिए:
सेंट्रल रेवेन्यू पूल से हिस्सा
BCCI मीडिया राइट्स और टाइटल स्पॉन्सरशिप से मिलने वाली कमाई का 50% हिस्सा सभी 10 टीमों में बराबर बांटता है। इस तरह:
- वर्तमान 5 साल के चक्र में, हर टीम को सेंट्रल पूल से करीब 400-450 करोड़ रुपये प्रति वर्ष मिलते हैं
- यह राशि टीम के प्रदर्शन पर निर्भर नहीं करती – मतलब हारो या जीतो, यह पैसा तो मिलता ही है!
टीम स्पॉन्सरशिप
हर टीम अपनी जर्सी पर कई स्पॉन्सर्स के लोगो लगाती है:
- जर्सी के सामने: 50-80 करोड़ रुपये
- जर्सी के पीछे: 30-40 करोड़ रुपये
- हेलमेट/कैप: 15-20 करोड़ रुपये
- बाजू/आस्तीन: 10-15 करोड़ रुपये
मुंबई इंडियंस की प्रमुख स्पॉन्सरशिप DHL से है, जबकि चेन्नई सुपर किंग्स की TVS से। इन सभी स्पॉन्सरशिप से टीमें 100-150 करोड़ रुपये प्रति सीज़न कमा लेती हैं।
टिकट बिक्री
आईपीएल के मैचों में टिकट की कीमतें 500 रुपये से लेकर 40,000 रुपये तक होती हैं:
- एक स्टेडियम की औसत क्षमता: 40,000 दर्शक
- औसत टिकट मूल्य: 2,000 रुपये
- प्रति मैच संभावित कमाई: 8 करोड़ रुपये
हर टीम 7 होम मैच खेलती है, यानी टिकट बिक्री से 50-60 करोड़ रुपये की कमाई हो सकती है।
मर्चेंडाइज बिक्री
फैन्स टीम की जर्सी, कैप, और अन्य सामान खरीदते हैं:
- एक जर्सी की कीमत: 1,500-4,000 रुपये
- लोकप्रिय टीम हर साल 50,000-1,00,000 जर्सी बेच सकती है
- इससे 15-25 करोड़ रुपये की अतिरिक्त कमाई होती है
एक IPL टीम की सालाना कमाई
मुंबई इंडियंस या चेन्नई सुपर किंग्स जैसी लोकप्रिय टीम की सालाना कमाई का अनुमानित आंकड़ा:
- सेंट्रल रेवेन्यू पूल: 400-450 करोड़ रुपये
- टीम स्पॉन्सरशिप: 100-150 करोड़ रुपये
- टिकट बिक्री: 50-60 करोड़ रुपये
- मर्चेंडाइज: 15-25 करोड़ रुपये
- अन्य स्थानीय कमाई: 10-20 करोड़ रुपये
कुल सालाना कमाई: 575-705 करोड़ रुपये
खर्च और मुनाफा
लेकिन टीमों का खर्च भी कम नहीं होता:
प्रमुख खर्च:
- खिलाड़ियों का वेतन: 200-250 करोड़ रुपये (पूरी टीम का साल भर का वेतन)
- सपोर्ट स्टाफ: 20-30 करोड़ रुपये
- लॉजिस्टिक्स और ट्रेनिंग: 30-40 करोड़ रुपये
- मार्केटिंग और प्रमोशन: 30-40 करोड़ रुपये
एक बड़ी टीम का कुल वार्षिक खर्च लगभग 300-350 करोड़ रुपये होता है।
मुनाफा:
- कुल कमाई: 575-705 करोड़ रुपये
- कुल खर्च: 300-350 करोड़ रुपये
- वार्षिक मुनाफा: 275-355 करोड़ रुपये
इस हिसाब से, एक IPL टीम का मुनाफा उसके प्रदर्शन पर बहुत कम निर्भर करता है। चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने पिछले वित्त वर्ष में 676 करोड़ रुपये की आय के साथ 229 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया, जबकि रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने 650 करोड़ रुपये की आय से 221 करोड़ रुपये का मुनाफा हासिल किया।
टीमों का मूल्य भी बढ़ रहा है
IPL टीमों की मार्केट वैल्यू लगातार बढ़ रही है:
- चेन्नई सुपर किंग्स: 1,900 करोड़ रुपये
- रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर: 1,870 करोड़ रुपये
- मुंबई इंडियंस: 1,680 करोड़ रुपये
2025 तक, ये वैल्युएशन और भी बढ़ गए हैं। ध्यान दें कि ये वैल्युएशन शुरुआती निवेश से कई गुना ज्यादा हैं!
आप भी IPL से जुड़कर कमा सकते हैं
क्या आप भी IPL के इस धन चक्र का हिस्सा बनना चाहते हैं? यहां कुछ तरीके हैं:
शेयर मार्केट से कमाई कुछ IPL टीमें जैसे CSK स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड हैं। आप इनके शेयर खरीदकर इनकी सफलता का हिस्सा बन सकते हैं।
स्पोर्ट्स मैनेजमेंट में करियर IPL फ्रेंचाइजी में मार्केटिंग, मैनेजमेंट, एनालिटिक्स जैसे क्षेत्रों में नौकरी पा सकते हैं।
क्रिकेट कंटेंट क्रिएशन IPL पर ब्लॉग, यूट्यूब चैनल या सोशल मीडिया पर कंटेंट बनाकर आप भी कमाई कर सकते हैं।
IPL से जुड़े व्यापार मर्चेंडाइज बिक्री, फैन क्लब, या क्रिकेट से जुड़े कोई भी व्यापार शुरू करके आप भी इस खेल से जुड़ सकते हैं।