Hindaun City News जयपुर: पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 4 जुलाई को हिंडौन के बाढ़ करसौली में महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले की प्रतिमाओं का अनावरण करेंगे। इस अवसर पर माली सैनी समाज की प्रतिभाओं का सम्मान भी किया जाएगा। यह कार्यक्रम माली-सैनी समाज द्वारा बड़े उत्साह के साथ आयोजित किया जा रहा है, जिसमें 360 गांवों से समाज के लोगों के आने की उम्मीद है।
कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने के लिए राजस्थान धरोहर प्राधिकरण के पूर्व सदस्य भवानी शंकर माली ने करौली माली समाज के लोगों के साथ बैठक की। कार्यक्रम स्थल पर 30 हजार स्क्वायर फीट का वाटरप्रूफ डोम लगाया है, ताकि आने वाले सभी लोगों के लिए पर्याप्त व्यवस्था हो सके।
इस समारोह में राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत को भी विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। पूर्व चेयरमैन भगवान सहाय शर्मा और कांग्रेस नेता रामचरण ख़ुरसटपुरा ने भी तैयारियों का जायजा लिया और समाज के लोगों में जोश व उत्साह देखा।

भव्य समारोह की तैयारियां जोरों पर
बाढ़ – करसौली (Hindaun City News:) में होने वाले इस भव्य कार्यक्रम के लिए माली-सैनी समाज के लोग दिन-रात एक करके तैयारियों में जुटे हैं। महात्मा ज्योतिबा फुले और माता सावित्रीबाई फुले की मूर्तियां, जो शिक्षा और समाज सुधार के प्रतीक हैं, उनका अनावरण पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हाथों होना समाज के लिए गर्व का विषय है।
माली-सैनी समाज के राष्ट्रीय फुले ब्रिगेड के प्रदेशाध्यक्ष दिनेश चंद सैनी, पूर्व जिला अध्यक्ष मोहरसिंह सैनी, पूर्व तहसील अध्यक्ष मोहनलाल सैनी, राष्ट्रीय फुले ब्रिगेड टीम राजस्थान के प्रदेश प्रवक्ता महेश चंद सैनी और युवा अध्यक्ष अशोक सैनी के नेतृत्व में तैयारियां चल रही हैं। इन्होंने राष्ट्रीय फुले ब्रिगेड के राष्ट्रीय प्रवक्ता रोशन लाल सैनी को भी कार्यक्रम में आने के लिए आमंत्रित किया है।
अनेक गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति

इस महत्वपूर्ण अवसर पर श्री छुट्टन लाल जी सैनी (फूलवाले), जो माली सैनी महासभा राजस्थान के अध्यक्ष हैं, और उनकी समस्त कार्यकारिणी को भी निमंत्रण दिया गया है। उनकी उपस्थिति से कार्यक्रम की गरिमा और बढ़ेगी।
यह भी उल्लेखनीय है कि राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत को विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। उनकी उपस्थिति से यह संदेश जाएगा कि समाज के इस महत्वपूर्ण आयोजन को राजनीतिक दलों का भी समर्थन प्राप्त है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का हिंडौन सिटी के अंदर बाढ़ करसौली में पधारना गांव में खुशी का माहौल बना रहा है। उनके आने की खुशी में लोगों ने भव्य स्वागत का इंतजाम किया है।

समाज की प्रतिभाओं का सम्मान
इस समारोह का एक और महत्वपूर्ण पहलू माली सैनी समाज की प्रतिभाओं का सम्मान है। यह पहल समाज के युवाओं को आगे बढ़ने और विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगी। शिक्षा, कला, विज्ञान, खेल और अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया जाएगा, जिससे उनकी मेहनत और लगन को पहचान मिलेगी।
ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले का योगदान
महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले ने 19वीं सदी में भारत में समाज सुधार और शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किए। उन्होंने जातिवाद, अस्पृश्यता और लैंगिक भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाई और महिलाओं तथा दलितों के लिए शिक्षा के दरवाजे खोले। सावित्रीबाई फुले को भारत की पहली महिला शिक्षिका के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने लड़कियों के लिए पहला स्कूल खोला। उनकी प्रतिमाओं का अनावरण समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत होगा और उनके आदर्शों को आगे बढ़ाने का संकल्प दोहराएगा।
दूर-दराज से आएंगे समाज के लोग
इस कार्यक्रम में 360 गांवों से माली समाज के लोगों के आने की उम्मीद है, जो इस आयोजन के प्रति उनके गहरे लगाव और एकजुटता को दर्शाता है। यह एक ऐसा अवसर होगा जब समाज के लोग एक साथ आकर अपनी साझा विरासत और भविष्य के लक्ष्यों पर विचार-विमर्श कर सकेंगे।
भवानी शंकर माली और करौली माली समाज के लोगों की मेहनत रंग ला रही है, और उम्मीद है कि यह कार्यक्रम एक बड़ी सफलता होगी। यह न केवल महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले को सच्ची श्रद्धांजलि होगी, बल्कि माली सैनी समाज के लिए एकता और प्रगति का प्रतीक भी बनेगा।
सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम
Hindaun City News :आयोजकों ने कार्यक्रम स्थल पर भीड़ को देखते हुए सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं। जलपान और अन्य सुविधाओं का भी विशेष ध्यान रखा गया है ताकि दूर-दराज से आने वाले लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। स्थानीय प्रशासन का भी इसमें सहयोग लिया जा रहा है ताकि कार्यक्रम शांतिपूर्ण और सुचारु रूप से संपन्न हो सके।
यह कार्यक्रम न केवल माली सैनी समाज के लिए, बल्कि पूरे राजस्थान के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है, जो सामाजिक समरसता और शिक्षा के महत्व को रेखांकित करती है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की उपस्थिति इस आयोजन को और भी महत्वपूर्ण बना देती है, जिससे यह उम्मीद है कि समाज के लिए कई नई पहलें भी शुरू की जा सकेंगी।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना और महात्मा ज्योतिबा फुले व सावित्रीबाई फुले के विचारों को जन-जन तक पहुंचाना है। यह समारोह समाज में सकारात्मक बदलाव लाने और सभी के लिए समानता व न्याय के मूल्यों को स्थापित करने में सहायक होगा।
माली-सैनी समाज के सभी सदस्य इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पूरी लगन और ईमानदारी से काम कर रहे हैं। यह उनकी एकजुटता और समाज के प्रति समर्पण का प्रतीक है।