Pakistan train hijack: बलोचिस्तान में Jaffar Express train पर बलोच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने कब्जा कर लिया है, जिसमें 120 यात्रियों को बंधक बनाया गया है। विद्रोही समूह ने दावा किया कि ट्रेन में सवार 6 सैनिकों को मार डाला गया और चेतावनी दी कि यदि सुरक्षा बलों ने कोई कार्रवाई की तो सभी बंधकों को “खत्म कर दिया जाएगा”। यह घटना पाकिस्तान के संवेदनशील बलोचिस्तान प्रांत में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रांत में गुरुवार को Jaffar Express train का अपहरण कर बलोच लिबरेशन आर्मी (BLA) के आतंकवादियों ने 120 से अधिक यात्रियों को बंधक बना लिया। समूह ने धमकी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे “ट्रेन में लगे विस्फोटकों को सक्रिय कर देंगे।”
ताजा जाकारी के हिसाब से –
पाकिस्तानी सेना ने बालोचिस्तान प्रांत में हुए train hijack के मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। सुरक्षा बलों ने संदिग्ध बालोच आतंकवादियों के कब्जे से 104 यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया है और इस ऑपरेशन में 16 आतंकवादियों को ढेर कर दिया है। ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई, जो अब भी जारी है।
ऑपरेशन में कैसे बचाए गए यात्री?
सुरक्षा बलों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर ऑपरेशन शुरू किया। सेना ने ट्रेन के नौ डिब्बों को घेरते हुए आतंकवादियों को चुन-चुनकर मार गिराया। अब तक 104 यात्रियों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, जिनमें 43 पुरुष, 26 महिलाएं और 11 बच्चे शामिल हैं। हालांकि, करीब 400 यात्री अभी भी ट्रेन के एक सुरंग में फंसे हुए हैं। सेना का कहना है कि बचाव अभियान जारी है और बाकी यात्रियों को जल्द सुरक्षित निकाल लिया जाएगा।
आपातकालीन हालात!
इस घटना के बाद पाकिस्तान रेलवे ने क्वेटा स्टेशन पर एक इमरजेंसी डेस्क बनाया है, जहां यात्रियों के परिजन जानकारी जुटा रहे हैं। बालोचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंड ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान आतंकवादियों की तरफ से भारी गोलाबारी की गई, लेकिन सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए स्थिति पर काबू पा लिया। साथ ही, पुलिस और अतिरिक्त सुरक्षा टुकड़ियों को मौके पर तैनात किया गया है।
बालोचिस्तान में बढ़ रहा है आतंकवाद
बालोचिस्तान प्रांत पिछले कुछ सालों से आतंकवादी हमलों का गढ़ बना हुआ है। नवंबर 2024 में क्वेटा रेलवे स्टेशन पर हुए आत्मघाती हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी और 62 घायल हुए थे। इसके अलावा, पिछले साल अक्टूबर में क्वेटा-पेशावर रेल सेवा को डेढ़ महीने के बंद होने के बाद फिर से शुरू किया गया था। लेकिन यह घटना दिखाती है कि प्रांत में शांति स्थापित करना अभी भी एक बड़ी चुनौती है।
क्या कहती है सरकार?
पाकिस्तानी अधिकारियों का कहना है कि वे बालोचिस्तान में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हालांकि, स्थानीय लोगों का मानना है कि सरकारी कोशिशें नाकाफी हैं। इस हमले ने एक बार फिर देश में सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब सभी की निगाहें उस ऑपरेशन पर टिकी हैं, जिसमें अभी भी सैकड़ों यात्रियों को बचाया जाना बाकी है।
इस घटना ने पूरे पाकिस्तान में हड़कंप मचा दिया है। लोग सोशल मीडिया पर सुरक्षा बलों के प्रयासों की सराहना कर रहे हैं, लेकिन साथ ही सरकार से मांग कर रहे हैं कि आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
इस प्रकार हुई घटना
मंगलवार को पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में Jaffar Express यात्री ट्रेन को अज्ञात बंदूकधारियों ने हाइजैक कर लिया। इस ट्रेन में लगभग 500 यात्री सवार थे। बलूच अलगाववादी समूह बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने इस घटना की जिम्मेदारी लेते हुए दावा किया कि उन्होंने ट्रेन पर कब्जा करने के दौरान छह पाकिस्तानी सैन्यकर्मियों को मार गिराया। समूह का कहना है कि उन्होंने 100 से अधिक यात्रियों को बंधक बनाया है, हालांकि सटीक संख्या अभी स्पष्ट नहीं है।
ट्रेन की स्थिति और यात्रियों का हाल
सूत्रों के अनुसार, हाइजैकर्स ने ट्रेन को बलूचिस्तान के ‘टनल 8’ के पास रोक दिया है। पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, रेलवे नियंत्रक मुहम्मद काशिफ ने बताया कि नौ डिब्बों वाली इस ट्रेन में महिलाओं, बच्चों और बलूच समुदाय के यात्रियों को रिहा कर दिया गया है। BLA ने अपने बयान में कहा, “हमारे बंधकों में पाकिस्तानी सेना और सुरक्षा एजेंसियों के सदस्य शामिल हैं। विदेशी नागरिकों को नुकसान पहुंचाने का हमारा कोई इरादा नहीं है।”
BLA की मांग और चेतावनी
BLA ने स्पष्ट किया कि यदि उनकी शर्तें नहीं मानी गईं, तो बंधकों को नुकसान पहुंचाया जा सकता है। समूह लंबे समय से बलूचिस्तान के स्वायत्तता के दावे को लेकर पाकिस्तान सरकार और सेना के साथ संघर्षरत है। इससे पहले भी BLA ने सुरक्षा बलों और सरकारी संपत्तियों पर हमले किए हैं, लेकिन ट्रेन हाइजैकिंग का यह पहला मामला है।
सरकार और सेना की खामोशी
इस बड़ी सुरक्षा चुनौती के बावजूद, पाकिस्तान की शाहबाज शरीफ सरकार और सेना ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। घटना की पुष्टि या खंडन करने से परहेज करते हुए अधिकारी केवल जांच का हवाला दे रहे हैं।
जमीन पर: बलूचिस्तान का संघर्ष
बलूचिस्तान में BLA और पाकिस्तान के बीच दशकों पुराना तनाव चला आ रहा है। समूह का आरोप है कि केंद्र सरकार प्रांत के संसाधनों का शोषण कर रही है और स्थानीय लोगों के अधिकारों को दबा रही है। इस घटना को संघर्ष के बढ़ते स्तर की ओर एक संकेत माना जा रहा है।
अगले कदम
सुरक्षा बलों द्वारा ट्रेन को घेरने और बंधकों को सुरक्षित निकालने की कार्यवाई चल रही है। हालांकि, BLA की ओर से कोई विशिष्ट मांग सामने न आने तक स्थिति अनिश्चित बनी हुई है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस घटना पर चिंता जताई है और शांतिपूर्ण समाधान का आह्वान किया है।
घटना की जानकारी
क्वेटा से कराची जा रही ट्रेन को माच्छ इलाके में रोककर बंदूकधारियों ने घेर लिया। यात्रियों के मोबाइल और कीमती सामान जब्त करने के बाद BLA ने एक वीडियो जारी कर पाकिस्तान सरकार को चेतावनी दी: “बलोच कैदियों की रिहाई नहीं हुई तो सभी यात्रियों को मार देंगे।”
पाकिस्तान की कार्रवाई
सुरक्षा बलों ने ट्रेन को चारों ओर से घेर लिया है, और वार्ता जारी है। गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने इस घटना को “आतंकवाद” बताते हुए यात्रियों को सुरक्षित निकालने का आश्वासन दिया। हालांकि, परिजनों ने रेलवे सुरक्षा में लापरवाही का आरोप लगाया।
बलोचिस्तान में तनाव क्यों?
संसाधनों से भरपूर बलोचिस्तान में पाकिस्तानी सेना और विद्रोही समूहों के बीच दशकों से संघर्ष चल रहा है। BJA का आरोप है कि चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के नाम पर बलोच संसाधनों का शोषण हो रहा है।
इस घटना ने 2021 की माच्छ नरसंहार की याद दिला दी है, जहां 11 बलोच श्रमिकों की हत्या हुई थी। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने शांतिपूर्ण समाधान की अपील की है।