15,000 रुपये का इनामी अपराधी बीजराड़ पुलिस के हत्थे चढ़ा: बाड़मेर पुलिस ने “ऑपरेशन भौकाल” के तहत एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस थाना बीजराड़ की टीम ने रविवार, 14 अप्रैल 2025 को एनडीपीएस एक्ट के एक मामले में 14 महीने से फरार चल रहे अपराधी को गिरफ्तार किया है। यह अपराधी थाना स्तर पर टॉप-10 की सूची में शामिल था। इसके सिर पर 15,000 रुपये का इनाम भी घोषित था।
बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक श्री नरेन्द्रसिंह मीना (आईपीएस) ने बताया कि महानिरीक्षक पुलिस, जोधपुर रेंज के निर्देशानुसार चलाए जा रहे विशेष अभियान “ऑपरेशन भौकाल” के अंतर्गत यह कार्रवाई की गई।
बीजराड़ अपराधी की जानकारी
गिरफ्तार अपराधी की पहचान रेखाराम पुत्र पुरखाराम जाति जाट निवासी श्रीरामवाला के रूप में हुई है। वह पुलिस थाना धनाऊ के प्रकरण संख्या 26/2024 धारा 8/15, 29 एनडीपीएस एक्ट में पिछले 14 महीनों से फरार चल रहा था।
अपराधी रेखाराम लंबे समय से गुजरात और महाराष्ट्र में छिपा हुआ था। वह अपने रिश्तेदारों के यहां भी रहकर फरारी काट रहा था। अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए वह बार-बार अपने ठिकाने बदल रहा था।
पुलिस की रणनीति और गिरफ्तारी
बीजराड़ पुलिस थाना के थानाधिकारी श्री मगाराम (उप-निरीक्षक) ने अपनी टीम के साथ अपराधी की गतिविधियों पर नजर रखी। पुलिस ने तकनीकी साधनों और आसूचना तंत्र का उपयोग करते हुए अपराधी पर लगातार निगरानी रखी।
पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, अपराधी 12 अप्रैल 2025 को महाराष्ट्र से चौहटन होते हुए बाड़मेर की ओर जा रहा था। इस सूचना के आधार पर, पुलिस ने अपराधी का पीछा किया और आखिरकार 14 अप्रैल 2025 को चौहटन के पास उसे दबोच लिया।
पुलिस प्रशासन का नेतृत्व
यह ऑपरेशन श्री जसाराम बोस (अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, बाड़मेर) और श्री जीवनलाल (वृत्ताधिकारी, वृत्त चौहटन) के पर्यवेक्षण में संचालित किया गया। इस अभियान में पुलिस थाना बीजराड़ की पूरी टीम शामिल थी।
इस सफल अभियान में श्री मगाराम (उप-निरीक्षक, थानाधिकारी) के नेतृत्व में कार्यवाही की गई। टीम में कांस्टेबल बाबूलाल (नंबर 1026), कांस्टेबल हनुमानराम (नंबर 1807), कांस्टेबल आईदानसिंह (नंबर 826) और कांस्टेबल रताराम (नंबर 1224) शामिल थे।
विशेष भूमिका का सम्मान
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में कांस्टेबल बाबूलाल और कांस्टेबल हनुमानराम की विशेष भूमिका रही है। दोनों अधिकारियों ने अपराधी की गतिविधियों पर खास नजर रखी और उसकी गिरफ्तारी में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
अपराधी का आपराधिक इतिहास
अपराधी रेखाराम जाट NDPS एक्ट के गंभीर मामले में वांछित था। वह थाना स्तर पर टॉप-10 अपराधियों की सूची में शामिल था। इसकी गंभीरता को देखते हुए, पुलिस अधीक्षक बाड़मेर ने इसकी गिरफ्तारी पर 15,000 रुपये के इनाम की घोषणा की थी।
अभियान के प्रभाव
“ऑपरेशन भौकाल” के तहत की गई यह कार्रवाई क्षेत्र में अपराध नियंत्रण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस अभियान से अन्य फरार अपराधियों में भय का माहौल उत्पन्न हुआ है।
बीजराड़ स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई का स्वागत किया है। उन्होंने पुलिस की इस कामयाबी पर प्रसन्नता व्यक्त की है। इस कार्रवाई से क्षेत्र में आम जनता में सुरक्षा की भावना बढ़ी है।
पूछताछ जारी
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अपराधी से गहन पूछताछ की जा रही है। इससे अन्य अपराधिक गतिविधियों और शामिल लोगों के बारे में जानकारी मिलने की उम्मीद है।
पुलिस यह भी पता लगा रही है कि अपराधी ने फरारी के दौरान किन-किन स्थानों पर शरण ली और कौन-कौन लोग उसकी मदद कर रहे थे। इस जानकारी से अन्य संदिग्धों तक पहुंचने में मदद मिल सकती है।
बाड़मेर पुलिस की उपलब्धि
श्री नरेन्द्रसिंह मीना (आईपीएस) ने कहा, “ऑपरेशन भौकाल के तहत हमारी पुलिस टीम लगातार अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई कर रही है। इस अभियान से अपराधियों को यह संदेश जाएगा कि वे कानून से बचकर कहीं नहीं जा सकते।”
उन्होंने आगे बताया कि पुलिस अपराधियों को पकड़ने के लिए आधुनिक तकनीक और आसूचना तंत्र का प्रभावी उपयोग कर रही है। बाड़मेर पुलिस ऐसे सभी अपराधियों को चिह्नित कर उन्हें जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
क्षेत्रीय पुलिस का सहयोग
इस अभियान में क्षेत्रीय पुलिस थानों के बीच बेहतर समन्वय देखने को मिला। बीजराड़ पुलिस थाना, धनाऊ पुलिस थाना और चौहटन वृत्त के अधिकारियों ने मिलकर इस अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जोधपुर रेंज के महानिरीक्षक के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे इस अभियान से क्षेत्र में अपराध नियंत्रण में मदद मिल रही है।
नोट
यह समाचार 14 अप्रैल 2025 को बाड़मेर, राजस्थान से प्राप्त जानकारी पर आधारित है। अपराधी की गिरफ्तारी से संबंधित आगे की जांच जारी है। पुलिस द्वारा अपराधी से की जा रही पूछताछ से नई जानकारियां सामने आ सकती हैं।